रक्षामंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ पहुंचे, स्मृतिका पर शहीदों को अर्पित की श्रद्धांजलि

0
138

नई दिल्ली । पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम की गिरफ्तारी का असर हरियाणा कांग्रेस पर भी पड़ा। यदि यह प्रकरण नहीं होता तो कांग्रेस आलाकमान हरियाणा में पार्टी नेतृत्‍व पर फैसला कर चुका होता। पूरे मामले में यह माना जा रहा है कि हरियाणा कांग्रेस में नेतृत्‍व परिवर्तन होगा। लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बागी तेवर व लाख प्रयासों के बावजूद उनको प्रदेश इकाई की बागडोर मिलने की संभावना नहीं है। आलाकमान किसी सर्वमान्य नेता को कमान सौंपने का मन बना चुका है।

बताया जाता है कि हुड्डा की रोहतक रैली के बाद कांग्रेस आलाकमान हरियाणा को लेकर अहम कदम उठाने का मन बना चुका था। इसी बीच पूर्व केंद्रीय पी चिदंबरम का प्रकरण गरम हो गया और उनकी गिरफ्तारी हो गई। माना जा रहा है कि यह प्रकरण नहीं होता तो हरियाणा कांग्रेस पर अहम फैसला हो जाता। 18 अगस्त को हुड्डा ने रोहतक में जो परिवर्तन महारैली की थी, उसमें उनके नरम तेवर भी इसी आश्वासन के बाद हुए थे कि उन्हें हाईकमान की तरफ से पार्टी की दूसरी पंक्ति के वरिष्ठ नेताओं ने आश्‍वस्त कर दिया था।

पार्टी सूत्रों की मानें तो सोनिया गांधी के कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद हुड्डा की पार्टी में पैरोकारी बढ़ गई है। सोनिया सहित प्रियंका वाड्रा और दूसरी पंक्ति के लगभग सभी बड़े नेता हुड्डा के प्रति सहानुभूति रखते हैं। दूसरी ओर, हुड्डा विरोधी नेताओं का तर्क है कि यदि हुड्डा को हरियाणा कांग्रेस की कमान सौंपी गई तो गैर जाट कांग्रेस से पूरी तरह दूर हो सकते हैं। इस तर्क का तोड़ भी अब हुड्डा समर्थकों ने निकाल लिया है।

बताया जा रहा है कि यदि हुड्डा को प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष नहीं बनाया जाता है तो उनको राज्य चुनाव प्रचार अभियान समिति का अध्यक्ष या फिर कांग्रेस विधायक दल का नेता बनाया जा सकता है। इसके बाद हुड्डा टिकट बंटवारे के दौरान कांग्रेस संसदीय बोर्ड में बैठ सकेंगे और अपने समर्थकों को टिकट दिलवा पाएंगे।

सूत्र तो यह भी बताते हैं कि मौजूदा परिस्थितियों में जब हुड्डा के पास नई पार्टी बनाने का विकल्प लगभग नहीं बचा है तो वह पार्टी नेताओं की इस बात को भी मानने के लिए तैयार हैं। हुड्डा गुट की तरफ सेलखनऊ, जेएनएन। रक्षा मंत्री तथा लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह आज से तीन दिन के प्रवास पर लखनऊ में रहेंगे। लखनऊ के चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट से राजनाथ सिंह सीधा छावनी क्षेत्र में मध्य कमान के वार मेमोरियल पहुंचे। स्मृतिका पर उन्होंने शहीदों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

रक्षामंत्री और लखनऊ सांसद राजनाथ सिंह तीन दिवसीय प्रवास पर लखनऊ में रहेंगे। शुक्रवार को अमौसी एयरपोर्ट से वह सीधा छावनी में मध्य कमान के वार मेमोरियल ‘स्मृतिका’ पहुंचे। वहां पर राजनाथ सिंह ने मध्य कमान के शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि प्रदान की। इसके बाद वह 11 गोरखा रायफल रेजिमेंटल के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रस्थान कर गए।

उनका आज शाम करीब चार बजे से सिटी मांटेसरी स्कूल विशालखंड, गोमतीनगर तथा शाम को करीब छह बजे से सेंट जोजफ स्कूल, बालागंज में कार्यकर्ता अभिनंदन समारोह में आयोजित किया गया है।

राजनाथ सिंह का लखनऊ प्रवास में 24 अगस्त को यानी दूसरे दिन भी अभिनंदन होना है। सुबह 11:30 बजे सुग्गामऊ गांव और फिर शाम 4 बजे मोतीनगर अग्रवाल कॉलेज व शाम 5:45 बजे सीतापुर रोड पर बृज की रसोई में उनका अभिनंदन होगा। 25 अगस्त को एक निजी आयोजन में शिरकत करने के बाद रक्षामंत्री दोपहर 3:50 बजे दिल्ली रवाना होंगे। इसके साथ ही उनका तीन दिन में अन्य कार्यक्रम भी हो सकता है। हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष पद लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा के नाम पर भी सहमति जता दी गई है। वे किसी भी कीमत पर मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष डॉ.अशोक तंवर को हटाना चाहते हैं।

तंवर ने खोल दिया है हुड्डा के खिलाफ मोर्चा

पहले कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटाने का समर्थन और फिर 18 अगस्त को रोहतक की परिवर्तन महारैली में कांग्रेस पहले जैसी पार्टी नहीं रही, कहकर पूर्व सीएम हुड्डा ने प्रदेशाध्यक्ष तंवर को राजनीतिक निशाना साधने का मौका दे दिया है। तंवर खुलेआम रोहतक रैली को अनुशासनहीनता के दायरे में बता रहे हैं। तंवर का कहना है कि वे इस रैली में पार्टी के लिए बोली गई भाषा से लेकर उनकी पगड़ी पर की गई टिप्पणी को भी पार्टी के शीर्ष नेताओं के समक्ष रखेंगे।