हरियाणा कांग्रेस में सैलजा-हुड्डा युग शुरू, कुछ ही देर में संभालेंगे पदभार

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चंडीगढ़। हरियाणा कांग्रेस की नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्षा कु. सैलजा कुछ ही देर में अपना कार्यभार संभाल लेंगी। इसके लिए चंडीगढ़ में कार्यक्रम शुरू हो गया है। इससे पहले दोनों नेता कुमारी सैलजा व भूपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा के विभिन्न जिलों से रोड शो निकालते हुए यहां पहुंचे। कार्यक्रम में हरियाणा भर से कांग्रेस पदाधिकारी पहुंचे हैं। इसके अलावा पंजाब के कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी कार्यक्रम में मौजूद हैं।

इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सैलजा-हुड्डा की जोड़ी को आश्वासन दिया कि वह उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे। उनका जो भी आदेश होगा उसका पालन किया जाएगा। नेताओं ने विधानसभा चुनाव में अपना सौ फीसद सहयोग देने का आश्वासन दिया। बता दें, पार्टी हाईकमान ने अशोक तंवर को अध्यक्ष पद से हटाकर कुमारी सैलजा को कमान सौंपी है। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को विधायक दल का नेता बनाया गया है।

सैलजा हालांकि आज पदभार ग्रहण कर रही हैं, लेकिन उनके सामने जहां गुटों में बंटी कांग्रेस को एक करने की बड़ी चुनौती होगी, वहीं बाकी प्रदेश अध्यक्षों की तरह उन्हें भी आम कार्यकर्ताओं के लिए हर समय उपलब्ध रहने के लिए समय निकालना होगा। सैलजा के बारे में आम धारणा है कि वे कार्यकर्ताओं को आसानी से उपलब्ध नहीं हैं।

कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला की तरह कु. सैलजा भी दिल्ली दरबार की राजनीति करती हैं। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के दरबार में उनकी मजबूत पकड़ है। रणदीप सुरजेवाला दिल्ली में व्यस्त होने के बावजूद हरियाणा में सक्रिय रहते हैं। कु. सैलजा अंबाला व सिरसा लोकसभा सीटों से सांसद रही हैं। इन दोनों संसदीय क्षेत्रों के अलावा सैलजा की बाकी जिलों में भी अच्छी पकड़ है, लेकिन अधिकतर कार्यकर्ताओं को मिलने के लिए उनके दिल्ली निवास पर जाना पड़ता है। अब चूंकि राज्य में विधानसभा चुनाव हैं, इसलिए सैलजा हर जिले के दौरे पर रहेंगी, लेकिन कार्यकर्ताओं के बीच हर समय उपलब्धता का कोई फार्मूला निकालना उनके लिए जरूरी हो गया है।

नई जिम्मेदारी मिलने के बाद सैलजा के सामने कार्यकर्ताओं को साधने के साथ ही अशोक तंवर, किरण चौधरी, कैप्टन अजय सिंह यादव और कुलदीप बिश्नोई को साथ लेकर चलने की है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार विधानसभा चुनाव में सैलजा पार्टी का बड़ा चेहरा होंगी, लेकिन प्रबंधन और फील्ड में सक्रियता के हिसाब से हुड्डा पर पूरा दारोमदार रहने वाला है। इसके लिए अभी से टीम हुड्डा ने तैयारी भी शुरू कर दी है।