कश्मीर पर प्रियंका चोपड़ा के विचार पर जावेद अख्तर ने दी ये प्रतिक्रिया

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कोलकाता: जाने माने गीतकार एवं कवि जावेद अख्तर ने कहा है कि कश्मीर पर केंद्र सरकार के हालिया फैसले के समर्थन में अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने भारतीय नागरिक होने के नाते जो विचार रखे, वह स्पष्ट रूप से एक भारतीय के नजरिए से उनके विचार हैं। पाकिस्तान की एक मंत्री ने प्रियंका को शांति के लिए संयुक्त राष्ट्र की सद्भावना दूत के तौर पर हटाए जाने की मांग की थी। इसी मांग पर अख्तर ने टिप्पणी की।

अख्तर ने बुधवार रात को एक साहित्यिक कार्यक्रम के इतर संवाददाताओं से कहा कि यदि उनकी टिप्पणियों ने पाकिस्तानी प्रतिष्ठान को नाराज किया है तो वे जो चाहें, वह कर सकते हैं। भारत ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटा दिया है और उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया है। इसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है।

पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक हेनरीटा एच फोरे को पत्र लिखकर कहा था कि प्रियंका कश्मीर पर भारत सरकार की नीतियों का समर्थन करती हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि प्रियंका चोपड़ा भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध के समर्थन में हैं। अख्तर ने प्रियंका के बारे में कहा कि मैं प्रियंका चोपड़ा को निजी तौर पर जानता हूं। यह सुसंस्कृत, सभ्य और शिक्षित हैं और वह एक भारतीय हैं। उन्होंने कहा कि यदि (प्रियंका चोपड़ा की तरह) एक आम भारतीय नागरिक और पाकिस्तानी प्रतिष्ठान के नजरिए में मतभेद और किसी प्रकार का विवाद होता है, तो उनका नजरिया निश्चित रूप से एक भारतीय की तरह होगा।

अख्तर ने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा कि उन्हें सोशल मीडिया पर लगभग हर रोज ट्रोल किया जाता है। मैंने इमरान खान के ट्वीट पर टिप्पणी की जिसके कारण पिछले दो-तीन दिन से मेरे लिए कई घृणा संदेश भेजे जा रहे हैं और कुछ लोग मुझसे खफा हैं। उन्होंने कहा कि दोनों समुदायों के धार्मिक कट्टरपंथी उनके खिलाफ अपशब्द कहते हैं लेकिन उन्हें भरोसा है कि उन्होंने जो कहा, वह सही है। अख्तर ने कहा कि यदि इनमें से कोई मुझे अपशब्द कहना बंद कर देगा, तो मुझे हैरानी होगी कि उसे क्या हुआ है।

अख्तर ने हाल में ट्वीट किया था कि इमरान साहब, अगर मैं अल्पसंख्यकों के लिए इतनी चिंता पर आपकी तारीफ ना करूं, तो कृतघ्नता होगी। मैं इसकी कल्पना भी नहीं कर सकता कि अगर आप दूसरों के लिए इतना सोचते हैं तो फिर आप अपने ही देश के हिंदुओं, ईसाइयों, अहमदिया, मुहाजिर और बलूच समुदाय के लोगों की सुरक्षा के बारे में कितना सोचते होंगे। कश्मीर घाटी में मौजूदा हालात के बारे में पूछे जाने पर अख्तर ने कहा कि मुझे जानकारी नहीं है कि क्या हो रहा है। वास्तविकता तो यह है कि हममें से अधिकतर को यह जानकारी नहीं है क्योंकि बहुत कम जानकारी उपलब्ध है।उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि कर्फ्यू, कुछ प्रतिबंध लगाए गए हैं।