IND vs WI: मयंक अग्रवाल ने बताया, पहले दिन कैसी थी पिच और वेस्टइंडीज की गेंदबाजी

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किंग्सटन (जमैका): आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियशिप के तहत भारत और वेस्टइंडीज (India vs West Indies) के बीच चल रही टेस्ट सीरीज के दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया ने पहले दिन पांच विकेट पर 264 रन बनाए. इस पारी में भारत की ओर से हाफ सेंचुरी लगाने वाले मयंक अग्रवाल का कहना है कि विकेट चुनौतीपूर्ण था. पहले टेस्ट में कुछ खास न कर पाने वाले अग्रवाल ने दूससे टेस्ट की पहली पारी में 55 रन की शानदार पारी खेली और वेस्टइंडीज को शुरुआती सफलता से रोका.

मयंक ने वेस्टइंडीज को हावी होने से रोका
इस मैच में वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया, और उसे शुरुआती सफलता भी मिली जब उसने टीम इंडिया के 50 रन के स्कोर के पहले ही केएल राहुल और चेतेश्वर पुजारा के विकेट गिरा दिए. इसके बाद भी वेस्टइंडीज के गेंदबाज टीम इंडिया पर हावी होने से नाकाम रहे. मयंक ने पहले विकेट के लिए केएल राहुल (13) के साथ 32 रन और उसके बाद कप्तान विराट कोहली के साथ 69 रन की अहम साझेदारी की.

मुश्किल था पहले सत्र में बैटिंग करना
दिन का खेल खत्म होने के बाद मयंक ने संवाददाताओं से बात करते हुए बताया कि पहले सत्र में बल्लेबाजी करना मुश्किल था क्योंकि गेंद मूव कर रही थी. उन्होंने कहा, “शुरू में यह चुनौतीपूर्ण था, मुझे लगा कि पहले सत्र में गेंद मूव कर रही थी. रोच और होल्डर ने अच्छी जगहों पर गेंद फेंकी. बल्लेबाजी करना आसान नहीं था क्योंकि पिच पर काफी नमी थी.” मयंक ने होल्डर की भी तारीफ की जिन्होंने अपने स्पेल में तीन विकेट लेने के साथ ही छह मेडन ओवर फेंके. उन्होंने दिन में कुल 20 ओवर फेंके जिसमें केवल 39 रन दिए. मयंक ने कहा, “ मुझे लगता है कि होल्डने ने बढ़िया जगहों पर गेंदें फेंकी और हमें रन बनाने का कोई मौका नहीं दिया. वे हमें रन बनाने के लिए कोई भी फ्री गेंद नहीं दे रहे थे. दबाव हमेशा बना रहा. बल्लेबाज के तौर पर आपको पता होता है कि आप उनसे ज्यादा नहीं ले पाते”

आसान नहीं है रखीम को खेलना
इस मैच में अपने करियर का पहला टेस्ट खेल रहे रखीम कॉर्नवॉल के प्रदर्शन पर अग्रवाल ने कहा कि उनकी बॉलिंग में निरंतरता है. उनकी गेंदों पर रन बनाना आसान नहीं था. कॉर्नवाल ने 8 मेडन ओवर फेंके और टीम के लिए चेतेश्वर पुजारा का अहम विकेट भी लिया जो उनके टेस्ट करियर का पहला विकेट था. मयंक ने कहा, “मैं मानता हूं कि रखीम बहुत निरंतर हैं. उनकी गेंद पर स्कोर करना आसान नहीं था. मेरे लिए यह अहम था कि मैं और विरट अपनी साझेदारी को लंबी करें.”

दिन का खेल खत्म होने तक हनुमा विहारी (42) और ऋषभ पंत (27) क्रीज पर डटे थे जिससे टीम इंडिया को स्कोर केवल 5 विकेट खोकर 264 रन बना लिए थे. पहला टेस्ट टीम इंडिाय ने 318 रन से जीता था. उस मैच में भी टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी की थी.