हर मोर्चे पर मात खाने के बाद पाकिस्तान अब UN की इस संस्था के सामने रोएगा कश्मीर का रोना

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सभी मोर्चों पर निराशा हाथ लगने के बाद अब पाकिस्तान (Pakistan) के विदेश कार्यालय (Foreign Office) के प्रवक्ता मुहम्मद फैसल ने बुधवार को कहा कि इस्लामाबाद (Islamabad) कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में उठाने की योजना बना रहा है.

कश्मीर और गिलगित-बल्तिस्तान मामलों की सीनेट कमेटी को फैसल ने अवगत कराया कि यूएनएचआरसी फोरम (UNHRC Forum) के इस्तेमाल सहित विभिन्न विकल्पों को लेकर चर्चा की जा रही है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिए उपलब्ध दूसरा विकल्प मुद्दे को इस्लामी सहयोग संगठन (OIC) के विदेश मंत्रियों की बैठक में उठाने का है.

पाकिस्तान का कहना, स्थिति है खतरनाक
भारत द्वारा नियंत्रण रेखा पर कथित संघर्षविराम उल्लंघन किए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि स्थिति खतरनाक है और दोनों पक्षों को जनहानि का सामना करना पड़ रहा है. इस बीच, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Minister of Foreign Affairs of Pakistan Shah Mahmood Qureshi) ने बुधवार को नॉर्वे की विदेश मंत्री आइने मैरी एरिकसेन सोरीडे से फोन पर बात की और कश्मीर मुद्दे पर चर्चा की.

अब नॉर्वे से की भारत पर दबाव बनाने की गुजारिश
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने नॉर्वे (Norway) से भूमिका निभाने और जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में प्रतिबंधों में ढील के लिए भारत पर दबाव बनाने का आग्रह किया. सोरीडे ने कहा कि नॉर्वे, भारत और पाकिस्तान दोनों से तनाव कम करने का आग्रह करेगा.

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 (Article 370) के अधिकतर प्रावधानों को हटाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के भारत सरकार के फैसले के बाद नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच तनाव है. भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से स्पष्ट रूप से कहा है कि संबंधित मुद्दा भारत का आंतरिक मामला है.

बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) सहित कई एजेंसियों और देशों के सामने गुहार लगा चुका है लेकिन सभी जगहों से उसे मुंह की खानी पड़ी है. ज्यादातर देशों ने माना है कि जम्मू-कश्मीर के स्पेशल स्टेट्स में किए गए बदलाव भारत का आंतरिक मसला हैं. पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी इससे पहले इस मुद्दे पर चीन का साथ पाने के लिए चीन भी गए थे लेकिन चीन भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मीटिंग में भारत के विरोध के बावजूद पाक की खास मदद नहीं कर सका.