बड़ी खबर :- प्रीतम ने की रावत की शिकायत, नाराज़ सोनिया के कड़े तेवर

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देहरादून। (yash pal ) उत्तराखंड कांग्रेस में कुछ भी सामान्य नहीं है। यहां व्याप्त सन्नाटा किसी भीषण तूफान की आहट है। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भले ही पुरानी कमेटी भंग कर नई कार्यकारिणी बनाने के संकेत दिए हों, लेकिन दिल्ली से मिल रही खबरों पर यदि यकीन करें तो यह सब इतना आसान नहीं लगता जितना प्रीतम खेमा दिखा रहा है। दरअसल, कांग्रेस सूत्रों के अनुसार भारत बचाओ रैली के लिए दिल्ली गए प्रीतम सिंह ने नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश व प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह के साथ पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। इस दौरान प्रीतम ने सोनिया से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत की जमकर शिकायत की। उन्होंने हरीश रावत द्वारा राज्य में पार्टी के समानांतर कार्य करने के आरोप लगाए तथा यहां तक कहा कि राज्य में पार्टी थराली व पिथौरागढ़ विधानसभा उपचुनावों सहित पंचायत चुनावों में रावत की गुटबाजी के कारण हारी। इंदिरा हृदयेश ने भी नगर निगम चुनाव में अपने बेटे की हार का ठीकरा हरीश रावत के ही सर फोड़ा। दोनों नेताओं ने सोनिया गांधी को यहां तक कहा की रावत अपने प्रभार क्षेत्र वाले असम को छोड़कर सारा समय उत्तराखंड में लगाते हैं, ऐसे में उत्तराखंड कांग्रेस का अनुशासन तार-तार हो रहा है।
सूत्रों के अनुसार, शिकायतों की लंबी फेहरिस्त सुन सोनिया ने नाराज़गी भरे लहज़े में रावत से जवाब तलब किया तथा उन्हें असम पर ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए।
इस खबर की पुष्टि इस बात से भी होती है कि हरीश रावत ने बुधवार को एक फेसबुक पोस्ट लिख अचानक से उत्तराखंड के अपने सभी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम 3 महीनों के लिए स्थगित कर दिए और शाम की फ्लाइट से ही असम रवाना हो गए।
बताया जा रहा है कि इसी से उत्साहित प्रीतम सिंह ने देहरादून आते ही पुरानी कार्यकारिणी भंग कर दी तथा उनके खेमे ने जल्द ही नई कमेटी घोषित होने का एलान कर दिया। लेकिन सूत्र बताते हैं कि मामला केवल इतना भर नहीं है। हाईकमान प्रीतम और इंदिरा के कामकाज से भी संतुष्ट नहीं है। इन दोनों नेताओं पर भी परिवर्तन की तलवार लटक रही है। राजनीति के जानकारों के अनुसार, उत्तराखंड कांग्रेस की सियासत के लिहाज से आगामी एक सप्ताह बेहद अहम बताया जा रहा है।